अखिल भारतीय साहित्य परिषद् गाजियाबाद ने किया प्रांतीय बैठक, लोकार्पण, साहित्यिक परिचर्चा एवं काव्य संध्या का आयोजन
‘साहित्य परिक्रमा’ पत्रिका के बुंदेलखंड विशेषांक का हुआ लोकार्पण
गाजियाबाद। अखिल भारतीय साहित्य परिषद् गाजियाबाद के तत्वावधान में आइडियल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी गोविन्दपुरम में मेरठ प्रान्त के पदाधिकारियों की आंतरिक बैठक एवं साहित्यिक परिचर्चा सम्पन्न हुई। साहित्यिक परिचर्चा कार्यक्रम के अंतर्गत साहित्य परिक्रमा नामक पत्रिका के बुन्देलखण्ड विशेषांक का लोकार्पण किया गया। ‘हमारी साहित्य परम्परा’ विषय पर सारगर्भित व्याख्यान के जरिये लोगों में साहित्य के प्रति नवीन रुचि जगाई गई। श्रीधर पराड़कर ने अपने सम्बोधन में कहा कि साहित्य अब हंसीघर के आइने जैसा हो गया है, जो लोगों को समाज का चेहरा सही, साफ-सुथरा नहीं दिखाता। इसे बदलने की आवश्यकता है। डाॅ. कुंअर बेचैन ने कहा कि पहले हमारे यहां वाचिक परम्परा आई, उसके बाद साहित्य को लिखने की परम्परा ने जन्म लिया। वाचिक परम्परा के माध्यम से समाज को जोड़ने की परम्परा हमारी ऐतिहासिक परम्परा है, जिसे कायम रखना ज़रूरी है। ‘साहित्य परिक्रमा’ पत्रिका बुंदेलखंड विशेषांक के सम्पादक डाॅ. पवनपुत्र बादल ने बुंदेलखंड विशेषांक की प्रस्तावना पर व्याख्यान दिया और इसकी महत्ता पर प्रकाश डाला। इस दौरान डाॅ. पवनपुत्र बादल ने सुपरिचित कवि व गाजियाबाद इकाई निवर्तमान सचिव डॉ. चेतन आनंद को मेरठ प्रान्त का संयुक्त महासचिव नियुक्त करने की घोषणा की। गाजियाबाद इकाई के अध्यक्ष बीएल बत्रा ‘अमित्र’ के किस्से कहानी किरदार का दूसरा एपिसोड ‘जज साहब’ भी रिलीज किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सुप्रसिद्व कवि डॉ. कुँअर बेचैन ने की। परिषद के राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्रीधर पराड़कर मुख्य अतिथि तथा डॉ. सुशील चंद्र त्रिवेदी ‘मधुपेश’, अखिल भारतीय साहित्य परिषद् उत्तर प्रदेश के महासचिव डॉ. पवनपुत्र बादल, मेवाड़ ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस की निदेशिका डॉ. अलका अग्रवाल एवं परिषद् में मेरठ प्रांत के अध्यक्ष देवेन्द्र देव मिर्जापुरी विशिष्ट अतिथि रहे। लोकार्पण सत्र का संचालन डॉ. चेतन आनंद ने किया। आंतरिक बैठक का संचालन परिषद् की गाजियाबाद इकाई के सचिव गिरीश सारस्वत ने किया। तीसरे सत्र में काव्य संध्या आयोजित की गई। जिसमें तीन दर्जन से अधिक कवि-कवयित्रियों ने मनोरम काव्य पाठ किया। काव्य संध्या की अध्यक्षता डॉ. कुँअर बेचैन ने की। सफल संचालन मेरठ प्रांत के कोषाध्यक्ष राजकुमार सिसौदिया ने किया। इस अवसर पर परिषद् के मुख्य संरक्षक अशोक श्रीवास्तव, संरक्षक डॉ अतुल जैन, महेश आहूजा, मीरा शलभ, डॉ. पी कुमार, अध्यक्ष बीएल बत्रा, तूलिका सेठ, डॉ राखी अग्रवाल, मधुबाला श्रीवास्तव, वंदना कुँअर रायजादा, ज्योति किरण राठौर, पीयूष कांति सहित अनेक जनपदों से आए दायित्वधारी एवं सामाजिक व सांस्कृतिक संगठनों के पदाधिकारियों की उल्लेखनीय उपस्थिति रही।