गाजियाबाद। हाईटेक इंस्टिटयूट आफ इंफाॅर्मेशन टेक्नोलाॅजी (एचआईआईटी) एवं एबीईएसईसी ने पानी, स्वच्छता और स्वास्थ्य की मौजूदा सरकारी योजनाओं में महिलाओं की भूमिका विषय पर एक राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया। सेमिनार राष्ट्रीय महिला आयोग, भारत सरकार की ओर से हुआ। इसका उद्घाटन आईटीएम संस्थान के निदेशक प्रो. पीके बिश्वास और एबीईएसईसी के निदेशक प्रो. विजय अठावले ने दीप जलाकर किया। सेमिनार में आमंत्रित आईआईएफएम, भोपाल, मध्य प्रदेश के प्रो. डाॅ. एसपी सिंह, नीति आयोग में उप सलाहकार डाॅ. आरवीपी सिंह, स्कूल आफ ग्रेजुएट स्टडीज, पीएचडी प्रोग्राम, इथियोपियन सिविल सर्विस यूनिवर्सिटी, अदीस अबाबा इथियोपिया के प्रोफेसर डाॅ. एसएसए जाफरी, एनपीसी, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय भारत सरकार में पूर्व निदेशक वीके सोनी, यूनिसेफ भारत, नई दिल्ली में सलाहकार डाॅ. अखिलेश गौतम, सीबीडीटी वित्त मंत्रालय, भारत सरकार में पूर्व उप महानिदेशक हरीश चन्द्रा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार में डीडीजी डीके ओझा द्वारा पानी, स्वच्छता और स्वास्थ्य की मौजूदा सरकारी योजनाओं में महिलाओं की भूमिका विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किये। तत्पश्चात् डाॅ. एसपी सिंह और आशा खन्ना (आईआईएफएम, भोपाल) ने ग्रामीण भारत में जल, स्वच्छता और स्वास्थ्य-रक्षा के लिए सिमुलेशन माॅडलिंग विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किये। संसाधन विकास अध्ययन केन्द्र, भोपाल की अध्यक्ष डाॅ. नीता सिंह ने जल, स्वच्छता और स्वास्थ्य रक्षा में महिलाओं की भूमिका विषय पर अपना विचार रखा। उसके उपरान्त हरीश चन्द्रा ने जल और स्वच्छता क्षेत्र के संदर्भ में सतत् विकास लक्ष्यों की योजना और रिपोर्टिंग से सम्बन्धित मुद्दे विषय पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का समापन एचएन पाण्डेय, सीईओ, एचआईआईटी ने धन्यवाद प्रकट किया। इस कार्यक्रम में डाॅ. एके सिंह, डाॅ अखिलेश गौतम, डाॅ. नीरज तिवारी, डाॅ. ऋचा शर्मा और डाॅ. स्नेहा पालित ने सम्बन्धित विषय पर अपने-अपने विचार प्रकट किये।