विदेशी प्रशिक्षुओं को गैस उद्योग प्रबंधन की दीं तकनीकी जानकारियां
गाजियाबाद। सूडान देश के पेट्रोलियम और गैस मन्त्रालय की ओर से वसुंधरा स्थित मेवाड़ ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस में पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम का विषय ‘तेल और गैस उद्योग में जोखिम विश्लेषण एवं प्रबन्धन’ था। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन से हुई। आगन्तुक प्रशिक्षुओं के स्वागत में मेवाड़ ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस की निदेशिका डाॅ. अलका अग्रवाल ने सूडान देश की पृृष्ठभूमि पर आधारित बिन्दुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारत सदैव इस प्रकार के कार्यक्रम करने को तैयार है। ओएनजीसी के पूर्व अधिकारी प्रो. (डाॅ.) एम. अख्तर ने प्रशिक्षण कार्यक्रम के महत्व एवं उद्देश्य की जानकारी दी। इसके प्रमुख विषय भारतीय पेट्रोलियम मंत्रालय और विधिक संस्थाएं, जोखिम की पहचान, मूल्यांकन, जोखिम मूल्यांकन की विभिन्न तकनीक, वातावरण और पारिस्थितिकीय जोखिम, व्यवसायिक स्वास्थ्य जोखिम, सेफ्टी आॅडिट, विद्युत सेफ्टी, आपदा प्रबन्धन नियोजन इत्यादि थे। समापन समारोह में मेवाड़ ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डाॅ. अशोक कुमार गदिया ने कहा कि मेवाड़ इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम जारी रखेगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा एवं प्रशिक्षण किसी देश की सीमाओं से बंधा हुआ नहीं है। समापन समारोह में डाॅ. अलका अग्रवाल के अलावा इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रशिक्षक डाॅ. मोहम्मद अख्तर, डाॅ. डी. के. वाष्र्णेय, एन. जे. विजय प्रसाद और शशिवर्द्धन पाण्डेय भी उपस्थित रहे। इस अवसर पर डाॅ. अशोक कुमार गदिया ने सभी प्रशिक्षुओं को स्मृति चिह्न, प्रशिक्षण प्रमाण पत्र एवं उपहार प्रदान किये।