गाजियाबाद। जम्मू-कश्मीर के वरिष्ठ अधिवक्ता ज़फर अहमद शाह ने कहा कि अच्छा वकील और अच्छा इंसान बनने के लिए विद्यार्थी बनकर रहना जरूरी है। एक वकील या इंसान जितना सीखने की प्रक्रिया में रहेगा, सफलता उसके कदम चूमेगी। वसुंधरा स्थित मेवाड़ ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस के विवेकानंद सभागार में कानून के विद्यार्थियों, शिक्षण स्टाफ आदि को सम्बोधित करते हुए उन्होंने बतौर मुख्य अतिथि यह बात कही। उन्होंने अपने लम्बे अनुभवों के बाद कहा कि एक वकील को अच्छा श्रोता होना चाहिए। हर जज का अपना सोचने का नजरिया अलग तरह का होता है। किसी भी केस का फैसला सुनाते हुए मानव मूल्यों को ध्यान में रखना जरूरी होता है। इसलिए विधि क्षेत्र में शिखर पर पहुंचने के लिए एक व्यापक दृष्टिकोण अपनाना आवश्यक है।
मेवाड़ ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डाॅ. अशोक कुमार गदिया ने कहा कि अगर आप केवल पैसा ही कमाना चाहते हैं तो विधि क्षेत्र में आना गलत होगा। यह क्षेत्र तो पर्वत पर चढ़ने जैसा है। नित् नई चुनौतियां स्वीकारनी होंगीं। एक कानून के अध्यापक को भी यह समझना चाहिए कि पढ़ते वक्त वह बच्चों के प्रति व्यवहारिक दृष्टिकोण रखे। एक विधि व्यवसायी को जीवन भर विद्यार्थी बनकर रहना चाहिए। इस क्षेत्र में अगले 20 सालों में वकीलों को नई-नई गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए उन्हें इनके लिए सदैव तैयार रहना होगा। डाॅ. गदिया ने इस अवसर पर मुख्य अतिथि ज़फर अहमद शाह को संस्थान की ओर से शाॅल व स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। इस दौरान मेवाड़ ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस की निदेशिका डाॅ. अलका अग्रवाल, मेवाड़ परिवार के सदस्य व भारी संख्या में कानून के विद्यार्थी मौजूद थे।